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BOOK OF ORIGINAL ENTRY JOURNAL

व्यापार की प्रारंभिक पुस्तक

व्यवसायिक जगत में या व्यवसायिक क्षेत्रों में जिस पुस्तक में सबसे पहले व्यवसायिक लेन देनो को लिखा जाता है, उसे 'प्रारंभिक प्रविष्टि की पुस्तक' ( Books of original entry)  या 'प्राथमिक प्रविष्टि की पुस्तक' ( Books of prime entry) कहा जाता है इस पुस्तक में सभी बीपीएल इन दिनों का क्रमबद्ध रूप से लिखा जाता है।

व्यवसाय में कुछ लेन देन ऐसे होते हैं जिन की आवृत्ति बड़ी संख्या में होती है। बड़े व्यवसाय में लेन देनों की संख्या बहुत बड़ी होती है जिससे रोजनामचा का आकार बड़ा हो जाता है।

अतः प्रारंभिक या प्राथमिक प्रविष्टि की पुस्तक रोजनामचे को कई पुस्तकों में विभाजित किया जाता है उन्हें सहायक बहिया भी कहा जाता है जो निम्न प्रकार है:-
1. रोकड़ बही (Cash Book)
2. क्रय बही ( Purchase Book)
3. विक्रय बही ( Sales Book)
4. क्रय वापसी बही (Purchase Returns Book)
5. विक्रय वापसी बही (Sales Returns Book)
6. प्राप्त बिल बही ( Bills Receivable Book)
7. देय बिल बही (Bills Payable Book)
8. मुख्य या प्रमुख रोजनामचा (Journal Proper)

रोजनामचा (Journal)


जर्नल का अर्थ (Meaning of Journal)

-> रोजनामचा व्यापार की प्राथमिक वही है जिसमें सभी  व्यापारिक लेन देना की प्रविष्टि तिथि वार की जाती है। इसमें लेखे उसी क्रम में किए जाते हैं जिस कर्म में लेनदेन व्यापार में होता है।
Journal शब्द की उत्पत्ति फ्रेंेंेंच भाषा के Jour से हुई है जिसका अर्थ है - डे बुक, डायर या Day।

इस प्रकार, कह सकते है कि, जर्नल वह वहीं है जिसमें व्यपार के दोनों पक्षों का लेखा तिथिवार किया जाता है।

जर्नल की परिभाषा (Definition of Journal)

जर्नल वह पुस्तक है जिसमें व्यापार के सभी वित्तीय लेनदेन को तिथिवार दोनों रूपों में किया जाता है। जिसमें एक पछ Debit तथा दूसरा पछ Credit किया जाता है।

जर्नल का प्रारूप (Form of Journal)

रोजनामचा या जर्नल में पांच खाने होते है, जो इस प्रकार है:
Form of Journal

रोजनामचा में लेखा करने का नियम(Rule for Journalising)

Golden Rules of Journal 
Or, Rules of Debit and Credit in Journal

1. Personal Account :- Debit the Receiver, Credit the Giver.
(पाने वाले 'व्यक्ति के नाम' को डेबिट किया जाता है और देने वाले 'व्यक्ति के नाम' को क्रेडिट किया जाता है)

2. Real Account :- Debit what comes in, credit what goes out.
(आने वाले वस्तु/सम्पत्ति डेबिट करते हैं और जाने वाले वस्तु/सम्पत्ति को क्रेडिट करते है)

3. Nominal Account :- Debit all Expenses and losses, credit all Income and Gains.
(समस्त व्ययों एवं हानियों को डेबिट किया जाता है और समस्त आयों ओर लाभों को क्रेडिट किया जाता है)

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